हिंदू महासभा भवन में गणतंत्र दिवस पर तिरंगे को सलामी, स्वामी चक्रपाणि ने दिया देशभक्ति का संदेश

रिपोर्ट:शशि प्रकाश श्रीवास्तव
नई दिल्ली। हिंदू महासभा भवन में 26 जनवरी, गणतंत्र दिवस के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर स्वामी चक्रपाणि महाराज ने तिरंगे को सलामी दी और उपस्थित लोगों को देशभक्ति का संदेश दिया। समारोह में दिल्ली पुलिस और राजस्थान पुलिस के जवानों ने अनुशासन और समर्पण का परिचय देते हुए राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी।
स्वामी चक्रपाणि महाराज ने कहा, "गणतंत्र दिवस हमारे लिए केवल एक राष्ट्रीय पर्व नहीं, बल्कि हमारे संविधान, हमारी संस्कृति और हमारे शहीदों के बलिदान को नमन करने का अवसर है। हमें यह याद रखना चाहिए कि भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है, और इसके लिए हमें अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करना होगा। राष्ट्रहित सर्वोपरि है, और हमें मिलकर देश की एकता, अखंडता और संस्कृति को सुरक्षित रखना है।"
उन्होंने देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले वीर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि उनका त्याग और बलिदान हर भारतीय के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने यह भी कहा कि आजादी केवल अधिकारों का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह हमें हमारे कर्तव्यों की याद भी दिलाती है।
समारोह के बाद स्वामी चक्रपाणि महाराज ने उपस्थित अतिथियों को अपने हाथों से भोजन परोस कर आतिथ्य सत्कार का उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि "अतिथि देवो भव" की परंपरा हमारे भारतीय समाज की पहचान है, और इस परंपरा का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है।

इस अवसर पर राष्ट्रगान गाया गया और सभी उपस्थित लोगों ने देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लिया। स्थानीय नागरिकों, गणमान्य व्यक्तियों और अन्य प्रतिभागियों ने इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। समारोह में देशभक्ति के गीतों और नारों ने माहौल को जीवंत बना दिया।

कार्यक्रम का समापन स्वामी चक्रपाणि महाराज के प्रेरणादायक संदेश और उनके आतिथ्य सत्कार के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने सभी से राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका निभाने का आह्वान किया।


टिप्पणियाँ